फिट रहने की शुरुआत करे बिना जिम जाए | Fit rahne ki shuruaat kare bina jim jaae
हैलो दोस्तों आप सभी का मेरे blog signola मे आपका स्वागत हे | आज मे आपको बताने वाली हु फिट रहने की शुरुआत करे बिना जिम जाए | Fit rahne ki shuruaat kare bina jim jaae
हर कोई अपने वजन से बोहत ही परेशान है | वोह अपना वजन कम करना जाहते है तो आज हम आपको बताएगे की वजन आप बिना जिम जाए कम कर सकते है |
अच्छी सेहत वाले इंसान बोहत ही खुश नसीब होते है | शरीर ठीक या स्वस्थ नहीं है तो हम किसी
भी सुख सुविधा का आनंद नहीं ले सकते | हम ऐसावेशा खाना खाने से किसी भी रोग से पीड़ित हो
सकते है आज मार्केट मे हर चीज मिलावटि होना ही सबसे बड़ी दुविधा है | अनाज ,दूध, दही,
सब्जी,फल इत्यादि कुछ भी प्योर नहीं है पर हम क्या करे इसे हमे खाना तो पड़ता है पर उसकी बुरी
असर को ख़तम करने के लिए अच्छे से नूस्के इस्तेमाल करे |
फिट रहने के लिए पानी का उपयोग :
रात को आप तांबे के बर्तन मे पानी भरकर रखे ओर सुबह खाली पेट पीने से ये आपको बहुत फ़ायदेमंद रहेगा |क्योंकि इसमे एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने में मदद करते हैं। अगर आपको ऑर्थराइटिस की प्रॉब्लम है मतलब अकड़न या सूजन आ जाती है। इस रोग में जोड़ों में गांठें बन जाती हैं और शूल चुभने जैसी पीड़ा होती है, इसलिए इस रोग को गठिया भी कहते हैं। तो यह पानी आपको बहुत ही फायदा पहुँचाएगा। इसके अलावा इसमें कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से लड़ने की क्षमता होती है।
फिट रहने के लिए समय पर पानी पिना जरूरी है | दिन भर मे कम से कम 3 से 4 लीटर पानी पीना चाहिए | इससे बॉडी दिटॉक्सीफाई होती है ओर शरीर से मूत्र के जरिए हानिकारक बेकटेरिया बाहर निकाल जाएंगे | जैसे हम सब जानते है हमारा शरीर 70% पानी का बना है पानी से ही हम बहुत सारी बीमारी से लड़ने मे मदद करता है | सवेरे खाली पेट पानी पिन सर्वोत्तम माना जाता है सुबह सुबह खाली पेट पानी पीने से बहुत सारी बीमारी से बच शकते है सुबह खाली पेट पानी पीने से दिमाग तक ऑक्सीजन का सप्लाई और इम्यूनिटी को भी बढ़ाता है |
फिट रहने के लिए चाय और कॉफी का उपयोग :
आप ज़रूर जानना चाहते होंगे की सकारात्मक सोच के क्या लाभ है माना जाता है की सकारात्मक सोच व्यक्ति की सफलता की कुंजी होती है | इंसान को अगर तरक्की पानी है तो उसे अपने जीवन मे सकारात्मक होना जरूरी है जितना ज्यादा सकारात्मक होंगे उतने ही अपने लक्ष कि और बढ़ने मे आसानी रहेगी | लेकिन यह सब मालूम होते हुए भी नकारात्मक विचार कही ना कही से हमारा दिमाग सोचने ही लगता है और हम उसे अपने बस मे नहीं रख पाते और वही से क्रोध का जन्म होता है वास्तव मे निरंतर अभ्यास से सकारात्मक सोच को जाग्रत रखा जा सकता है उससे ही जीवन का सुखमय समय व्यतीत कर सकते है |
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