धर्म क्या है? | Dharm kya hai
हैलो दोस्तों आप सभी का मेरे blog signola मे आपका स्वागत हे | आज मे आपको बताने वाली हु dharm kya hai | तो आज शुरू करते हे धर्म क्या है? |
धर्म के विषय मे सब विचार करते है | कोई अपने ही धर्म के विषय मे य कोई अन्य के धर्म के बारे मे लेकर चर्चा होती रहती है | कोई भी ऐसा नहीं की धर्म के विषय मे चर्चा नहीं करता हो |
धर्म का अर्थ मंदिर या मस्जिद से नहीं है | धर्म का अर्थ कर्तव्य से है | यदि हार व्यक्ति धर्म का पालन नहीं करेगा तो पूरे समाज का अस्तित्व संकट मे पड जायेगा |
ब्राह्मण का धर्म है अज्ञात का नाश करना , क्षत्रिय का धर्म है अन्याय का नाश करना , वैश्व का है अभाव का नाश करना , शुद्ध का धर्म है सेवा करना अगर हम अपने धर्म को जानकर काम करेंगे तो हम अच्छे लोकांतरो मे जन्म लेकर सुख भोगेगे , ओर अगर हम धर्म के विपरीत काम करेंगे तो अन्य जन्तु जे से कुत्ते , गधे आदि नीच योनीयों मे डाल दिए जायेंगे | वहा अपने दायरे मे पड़े रहेंगे उससे आगे नहीं निकल पायेगा |
धर्म कितने है | चलो जानते है |
- ईसाई धर्म 
- मुस्लिम धर्म 
- धर्म निवेश लोग ( किसी का कोई धर्म ही नहीं होता ) 
- हिन्दू धर्म 
- चीनी प्रारपरिक धर्म 
- बोद्व धर्म 
- अफ़्रीकी प्रारपरिक धर्म 
- सिख धर्म 
- यमुदी समुदाय धर्म 
- जैन धर्म 
दुनिया मे इस धर्म के अलावा इस दुनिया मे सबसे बड़ा धर्म है इंसानयत पर ये सब कुछ लोग ही समझ पाते है | धर्म की बुनियाद प्रेम है , करुणा है , मैत्री है , अहिंसा है | धर्म मुक्त करता है | धर्म दिवारे हटाते है | धर्म सत्य है , धर्म ईमान है , धर्म प्रेम है , धर्म बंधुत्व है |
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